दुआ करो – विकास कुमार (अतिथि लेखक)

दुआ करो
जल सके दिया
हो उजाला
रोशन हो हर कोना
मना सको त्योहार
सपने हों साकार
बढ़ें सब उस ओर
रोशनी हो जिस ओर।

l6gr8qXE.jpg_large
कवि – विकास कुमार

यह कविता हमारे कवि मंडली के नवकवि विकास कुमार जी की है । वह वित्त मंत्रालय नार्थ ब्लाक दिल्ली में सहायक अनुभाग अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं । उनकी दैनिंदिनी में कभी कभी  उन्हें लिखने का भी समय मिल जाता है । वैसे तो उनका लेखन किसी वस्तु विशेष के बारे में नहीं रहता मगर न चाहते हुए भी आप उनके लेखन में उनके स्वयं के जीवन अनुभव को महसूस कर सकते हैं । हम आशा करते हैं की आपको उनकी ये कविता पसंद आएगी ।

विकास कुमार द्वारा लिखी अन्य रचनाएँ

हिंदी ई-बुक्स (Hindi eBooks)static_728x90

17 thoughts on “दुआ करो – विकास कुमार (अतिथि लेखक)

Leave a comment