तुम मुझे पूछते हो ’जाऊँ’?
मैं क्या जवाब दूँ, तुम्हीं कहो!
’जा…’ कहते रुकती है जबान
किस मुँह से तुमसे कहूँ ’रहो’!!
सेवा करना था जहाँ मुझे
कुछ भक्ति-भाव दरसाना था।
उन कृपा-कटाक्षों का बदला
बलि होकर जहाँ चुकाना था॥
मैं सदा रूठती ही आई,
प्रिय! तुम्हें न मैंने पहचाना।
वह मान बाण-सा चुभता है,
अब देख तुम्हारा यह जाना॥
काव्यशाला द्वारा प्रकाशित रचनाएँ
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बचपन
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झाँसी की रानी
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अनोखा दान
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आराधना
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इसका रोना
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उपेक्षा
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उल्लास
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कलह-कारण
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कोयल
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कठिन प्रयत्नों से सामग्री
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खिलौनेवाला
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चलते समय
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चिंता (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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जलियाँवाला बाग में बसंत (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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जीवन-फूल (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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झाँसी की रानी की समाधि पर (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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झिलमिल तारे (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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ठुकरा दो या प्यार करो (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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तुम (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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नीम (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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परिचय (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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पानी और धूप (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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पूछो (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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प्रथम दर्शन (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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प्रतीक्षा (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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प्रभु तुम मेरे मन की जानो (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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प्रियतम से (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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फूल के प्रति (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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बालिका का परिचय (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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बिदाई (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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भ्रम (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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मधुमय प्याली (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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मुरझाया फूल (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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मातृ-मन्दिर में (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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मेरा गीत (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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मेरा जीवन (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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मेरा नया बचपन (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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मेरी टेक (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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मेरे पथिक (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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यह कदम्ब का पेड़ (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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राखी (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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राखी की चुनौती (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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विजयी मयूर (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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विदा (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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वीरों का कैसा हो वसंत (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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वेदना (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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व्याकुल चाह (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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सभा का खेल (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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समर्पण (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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साध (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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स्मृतियाँ (शीघ्र प्रकाशित होगी)
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स्वदेश के प्रति (शीघ्र प्रकाशित होगी)