फुलनको महल फुलनकी सज्या फुले कुंजबिहारी । फुली राधा प्यारी ॥ध्रु०॥
फुलेवे दंपती नवल मनन फुले फले करे केली न्यारी ॥१॥
फुलीलता वेली विविधा सुमन गन फुले आवन दोऊं है सुखकारी ॥२॥
सूरदास प्रभु प्यारपर बारत फुले फलचंपक बेली नेवारी ॥३॥
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देखे मैं छबी आज अति बिचित्र हरि की
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तुमको कमलनयन कबी गलत ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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रसिक सीर भो हेरी लगावत ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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फुलनको महल फुलनकी सज्या ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कायकूं बहार परी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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सुदामजीको देखत श्याम हसे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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महाराज भवानी ब्रह्म भुवनकी रानी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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हरि जनकू हरिनाम बडो धन ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऐसे संतनकी सेवा ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जयजय नारायण ब्रह्मपरायण ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जनम सब बातनमें बित गयोरे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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देखो ऐसो हरी सुभाव ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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सब दिन गये विषयके हेत ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मन तोये भुले भक्ति बिसारी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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बेर बेर नही आवे अवसर ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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केत्ते गये जखमार भजनबिना ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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क्यौरे निंदभर सोया मुसाफर ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जय जय श्री बालमुकुंदा ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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निरधनको धनि राम ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अद्भुत एक अनुपम बाग ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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तबमें जानकीनाथ कहो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कमलापती भगवान ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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उधो मनकी मनमें रही ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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नारी दूरत बयाना रतनारे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अति सूख सुरत किये ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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रैन जागी पिया संग ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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खेलिया आंगनमें छगन मगन ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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काना कुबजा संग रिझोरे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कोण गती ब्रिजनाथ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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चोरी मोरी गेंदया ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मेरो मन अनत कहाँ सुख पावे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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प्रीति करि काहु सुख न लह्यो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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भाव भगति है जाकें ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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सूरदास के पद
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भोरहि सहचरि कातर दिठि( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऊधौ, कर्मन की गति न्यारी( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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निसिदिन बरसत नैन हमारे। ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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चरन कमल बंदौ हरिराई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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तिहारो दरस मोहे भावे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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दृढ इन चरण कैरो भरोसो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मधुकर! स्याम हमारे चोर ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अंखियां हरि–दरसन की प्यासी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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बिनु गोपाल बैरिन भई कुंजैं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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प्रीति करि काहू सुख न लह्यो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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चरन कमल बंदौ हरि राई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अबिगत गति कछु कहति न आवै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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प्रभु, मेरे औगुन न विचारौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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प्रभु, हौं सब पतितन कौ राजा ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अब कै माधव, मोहिं उधारि ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मोहिं प्रभु, तुमसों होड़ परी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अब हों नाच्यौ बहुत गोपाल ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कब तुम मोसो पतित उधारो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अपन जान मैं बहुत करी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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आछो गात अकारथ गार्यो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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सोइ रसना जो हरिगुन गावै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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माधवजू, जो जन तैं बिगरै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कीजै प्रभु अपने बिरद की लाज ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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सरन गये को को न उबार्यो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जौलौ सत्य स्वरूप न सूझत ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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तुम्हारी भक्ति हमारे प्रान ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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धोखैं ही धोखैं डहकायौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कहावत ऐसे दानी दानि ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मेरो मन अनत कहां सचु पावै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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प्रभु, मेरे औगुन चित न धरौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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है हरि नाम कौ आधार ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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रे मन, राम सों करि हेत ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मो सम कौन कुटिल खल कामी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जापर दीनानाथ ढरै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मन तोसों कोटिक बार कहीं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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भजु मन चरन संकट-हरन ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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खेलत नंद-आंगन गोविन्द ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मेरी माई, हठी बालगोबिन्दा ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जसोदा, तेरो भलो हियो है माई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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आई छाक बुलाये स्याम ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जसुमति दौरि लिये हरि कनियां ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जौ बिधिना अपबस करि पाऊं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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नैन भये बोहित के काग ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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नटवर वेष काछे स्याम ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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वृच्छन से मत ले ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मुरली गति बिपरीत कराई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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संदेसो दैवकी सों कहियौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मेरो कान्ह कमलदललोचन ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कहियौ, नंद कठोर भये ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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नीके रहियौ जसुमति मैया ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जोग ठगौरी ब्रज न बिकहै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऊधो, होहु इहां तैं न्यारे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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फिर फिर कहा सिखावत बात ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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उधो, मन नाहीं दस बीस ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अंखियां हरि-दरसन की भूखी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऊधो, हम लायक सिख दीजै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऊधो, मन माने की बात ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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निरगुन कौन देश कौ बासी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कहियौ जसुमति की आसीस ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कहां लौं कहिए ब्रज की बात ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऊधो, मोहिं ब्रज बिसरत नाहीं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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तबतें बहुरि न कोऊ आयौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अब या तनुहिं राखि कहा कीजै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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नाथ, अनाथन की सुधि लीजै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऐसैं मोहिं और कौन पहिंचानै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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हरि, तुम क्यों न हमारैं आये ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जो पै हरिहिंन शस्त्र गहाऊं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मो परतिग्या रहै कि जाउ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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वा पटपीत की फहरानि ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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हरि हरि हरि सुमिरन करौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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रानी तेरो चिरजीयो गोपाल ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मोहन केसे हो तुम दानी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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व्रजमंडल आनंद भयो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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राखी बांधत जसोदा मैया ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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व्रजमंडल आनंद भयो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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सकल सुख के कारन ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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बृथा सु जन्म गंवैहैं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मेटि सकै नहिं कोइ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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हम भगतनि के भगत हमारे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जागिए ब्रजराज कुंवर ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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उपमा हरि तनु देखि लजानी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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सबसे ऊँची प्रेम सगाई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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माधव कत तोर करब बड़ाई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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कहां लौं बरनौं सुंदरताई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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बदन मनोहर गात ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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हमारे प्रभु, औगुन चित न धरौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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राखौ लाज मुरारी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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रतन-सौं जनम गँवायौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अब मैं नाच्यौ बहुत गुपाल ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जनम अकारथ खोइसि ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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रे मन मूरख, जनम गँवायौ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अजहूँ चेति अचेत ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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आनि सँजोग परै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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दियौ अभय पद ठाऊँ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मन धन-धाम धरे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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आजु हौं एक एक करि टरिहौं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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तजौ मन, हरि-बिमुखनि को संग ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऎसी प्रीति की बलि जाऊं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जसोदा हरि पालनैं झुलावै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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सोभित कर नवनीत लिए ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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आजु मैं गाई चरावन जैहों ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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गिरि जनि गिरै स्याम के कर तैं ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऊधौ,तुम हो अति बड़भागी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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हमारे हरि हारिल की लकरी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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हरि हैं राजनीति पढि आए ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मन की मन ही माँझ रही ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अब मैं जानी देह बुढ़ानी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जौं आजु हरिहिं न अस्त्र गहाऊँ ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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रे मन कृष्ण नाम कहि लीजै ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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प्रात समय नवकुंज महल ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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औरन सों खेले धमार ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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जागिये ब्रजराज कुंवर ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ऐसो पूत देवकी जायो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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चिरजीयो होरी को रसिया चिरजीयो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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राधे जू आज बन्यो है वसंत ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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मलार मठा खींच को लोंदा ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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ग्वालिन मेरी गेंद चुराई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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देखो री हरि भोजन खात ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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अरी तुम कोन हो री बन में फूलवा बीनन हारी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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राधा प्यारी कह्यो सखिन सों सांझी धरोरी माई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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व्रजमंडल आनंद भयो प्रगटे श्री मोहन लाल ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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पवित्रा पहरत हे अनगिनती ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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पवित्रा श्री विट्ठलेश पहरावे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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पवित्रा पहरे को दिन आयो ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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पहरे पवित्रा बैठे हिंडोरे दोऊ निरखत नेन सिराने ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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हों तो एक नई बात सुन आई ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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देखो माई ये बडभागी मोर ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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बोले माई गोवर्धन पर मुरवा ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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दोउ भैया मांगत मैया पें देरी मैया दधि माखन रोटी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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छगन मगन प्यारे लाल कीजिये कलेवा ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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श्री वल्लभ भले बुरे दोउ तेरे ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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वृंदावन एक पलक जो रहिये ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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साची कहो मनमोहन मोसों तो खेलों तुम संग होरी ( शीघ्र प्रकाशित होंगी )
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