ऐसी तो कोई बात नहीं – रमानाथ अवस्थी

तुमसे भी छिपा सकूँ जो मै
ऐसी तो कोई बात नहीं जीवन में |

मन दिया तुम्हें मैंने ही अपने मन से
रंग दिया तुम्हें मैंने अपने जीवन से
बीते सपनो में आए बिना तुम्हारे
ऐसी तो कोई रात नहीं जीवन में ।

जल का राजा सागर कितना लहराया
पर मेरे मन की प्यास बुझा कब पाया
जो बूँद बूँद बन प्यास तुम्हारी पी ले
ऐसी कोई बरसात नहीं जीवन में ।

कलियों के गाँवों में भौंरे गाते है
गाते-गाते वह अक्सर मर जाते हैं
मरने वाले को जो मरने से रोके
ऐसी कोई सौगात नहीं जीवन में |

                                          –  रमानाथ अवस्थी

रमानाथ अवस्थी जी की अन्य प्रसिध रचनाएँ

  • बजी कहीं शहनाई सारी रात
  • करूँ क्या
  • वे दिन (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • उस समय भी (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • बुलावा (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • ऐसी तो कोई बात नहीं (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • सौ बातों की एक बात है (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • हम-तुम (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • मेरी रचना के अर्थ (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • मन चाहिए (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • सदा बरसने वाला मेघ (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • मेरे पंख कट गए हैं (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • सो न सका (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • लाचारी (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • अंधेरे का सफ़र (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • याद बन-बनकर गगन पर (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • असम्भव (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • इन्सान (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • कभी कभी (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • चंदन गंध (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • चुप रहिए (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • मन (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • रात की बात (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • जाना है दूर (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • जिसे कुछ नहीं चाहिए (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • वह आग न जलने देना (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • याद तुम्हारी आई सारी रात (शीघ्र प्रकाशित होगी)
  • वह एक दर्पण चाहिए (शीघ्र प्रकाशित होगी)

 

हिंदी ई-बुक्स (Hindi eBooks)static_728x90

 

Advertisement

Leave a Reply

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s