कवि परिचय
रमानाथ अवस्थी का जन्म फतेहपुर, उत्तरप्रदेश , 1926 में हुआ। इन्होंने आकाशवाणी में प्रोडयूसर के रूप में वर्षों काम किया। ‘सुमन- सौरभ, ‘आग और पराग, ‘राख और शहनाई तथा ‘बंद न करना द्वार’ इनकी मुख्य काव्य-कृतियां हैं। ये लोकप्रिय और मधुर गीतकार हैं। इन्हें उत्तरप्रदेश सरकार ने पुरस्कृत किया है। 29 जून 2012 को उनका निधन हो गया |
काव्यशाला द्वारा प्रकाशित रचनाएँ
-
बजी कहीं शहनाई सारी रात
-
करूँ क्या
-
वे दिन
-
उस समय भी
-
बुलावा
-
ऐसी तो कोई बात नहीं
-
सौ बातों की एक बात है
-
हम-तुम
-
मेरी रचना के अर्थ
-
मन चाहिए
-
सदा बरसने वाला मेघ
-
मेरे पंख कट गए हैं
-
लाचारी
-
अंधेरे का सफ़र
-
याद बन-बनकर गगन पर
-
असम्भव
-
इन्सान
-
कभी कभी
-
चंदन गंध
-
चुप रहिए
-
मन
-
रात की बात (शीघ्र प्रकाशित होगी)
-
जाना है दूर (शीघ्र प्रकाशित होगी)
-
जिसे कुछ नहीं चाहिए (शीघ्र प्रकाशित होगी)
-
वह आग न जलने देना (शीघ्र प्रकाशित होगी)